खरीफ मार्केटिंग सीजन 2022-23 में 490 लाख टन चावल की सरकारी खरीद हुई थी.
भारत की तरफ से चावल निर्यात पर पाबंदी के बाद रोक लगी
वैश्विक कैरीओवर स्टॉक में 5-8 मिलियन टन की गिरावट का अनुमान है और जिससे चावल की कीमतों में अस्थिरता की आशंका बन गई है
क्या आसानी से मिल जाएंगे डॉलर के बदले रुपए? क्या प्रधानमंत्री फसल बीमा में होने वाला है बड़ा बदलाव? चालू खाते के घाटे में क्यों आई गिरावट? क्यों सस्ता चावल बेचने जा रही सरकार? लाल सागर की लड़ाई का भारत पर क्या असर? भारतीय परिवारों के खर्च को लेकर Money9 के सर्वे ने क्या बताया? आज के Money Central में इन सभी सवालों का जवाब मिलेगा.
2022 के मुकाबले 2023 में वैश्विक बाजार में चावल का भाव औसतन 28 फीसद ज्यादा
इस साल देश में 10.63 करोड़ टन खरीफ चावल उत्पादन का अनुमान है जो पिछले साल के मुकाबले 42 लाख टन कम होगा
नेपाल के चावल व्यापारियों ने सीमा के नजदीक अपने वेयरहाउस स्थापित किए हैं.
खाद्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 11 अक्टूबर 2023 को चावल का औसत रिटेल भाव 39 रुपए प्रति किलोग्राम दर्ज किया गया है
न्यूनतम निर्यात मूल्य तय होने से पाकिस्तान के मुकाबले भारत का बासमती चावल महंगा
ग्लोबल मार्केट में गैर बासमती चावल का निर्यात बंद है.